ads

महाराजा रायसिंह || राजस्थान इतिहास || RPSC & RSSMB Importent Notes

                                     
राजस्थान और मुगल (राणा सांगा, महाराणा प्रताप, मानसिंह, चंद्रसेन, रायसिंह, राजसिंह)

भारत में मुगल सत्ता का संस्थापक बाबर था, जिसने 1526 ई. में पानीपत के प्रथम युद्ध में लोदी सुल्तान इब्राहीम लोदी को परास्त करके मुगल साम्राज्य की स्थापना की थी। आगे के पृष्ठों में हम मुगलों के साथ राणा सांगा, राणा प्रताप, मानसिंह, चंद्रसेन व रायसिंह के संबंधों का अध्ययन करेंगे।

प्रिय पाठकों,........इस पोस्ट में हमने  राजस्थान इतिहास के महत्वपूर्ण बिंदुओं को क्रमवार समाहित किया गया है। यदि आपको हमारे द्वारा किया गया यह प्रयास अच्छा लगा है, तो इस पोस्ट को अपने साथियों के साथ अवश्य साझा करें। आप अपने सुझाव नीचे कमेंट बॉक्स में दर्ज कर सकते है। जिससे हम  राजस्थान इतिहास के आगामी ब्लॉग को और बेहतर बनाने की कोशिश कर सकें।

                 राणा सांगा :-   यहा  से   पढ़े 

                महाराणा प्रताप :-   यहा  से   पढ़े

                मानसिंह :-   यहा  से   पढ़े

                चंद्रसेन,:-   यहा  से   पढ़े

                रायसिंह :-   यहा  से   पढ़े

                राजसिंह   :-   यहा  से   पढ़े

               महाराजा रायसिंह

 महाराजा रायसिंह (1574-1612 ई.) और मुगल -

* रायसिंह का जन्म 1541 ई. में बीकानेर के राठौड़ शासक राव कल्याणमल के घर हुआ।

* अकबर ने रायसिंह को 1572 ई. में जोधपुर का प्रशासक नियुक्त किया।

* गुजरात के मिर्जा बंधुओं के दमन के लिए 1573 ई. में भेजी गयी शाही सेना में रायसिंह भी शामिल थे। इन्होंने कठौली नामक स्थान पर इब्राहीम हुसैन मिर्जा को पराजित किया।

* इसके बाद 1574 ई. में सिरोही के देवड़ा सुरताण व बीजा देवड़ा के मध्य अनबन हो गई, तब रायसिंह ने सिरोही पर आक्रमण करके बीजा को राज्य से बाहर निकाल दिया और आधा सिरोही मुगलों के अधीन कर मेवाड़ से नाराज होकर आए महाराणा प्रताप के सौतेले भाई जगमाल को दे दिया

* सुरताण इससे नाराज हुआ, और सिरोही वापस प्राप्त करने के लिए मुगलों से भिड़ा। दोनों सेनाओं के मध्य 1583 ई. को 'दत्ताणी नामक स्थान' पर युद्ध हुआ। दत्ताणी के युद्ध में जगमाल की मृत्यु हो गई और सुरताण ने सिरोही पर वापस अपना अधिकार कर लिया।

* अपने पिता की मृत्यु के बाद रायसिंह 1574 ई. में महाराजधिराज की उपाधि के साथ बीकानेर का शासक बना।

* जब मानसिंह काबुल में तैनात था, तब 1581 ई. में मानसिंह कच्छवाहा की सहायता के लिए एक सेना रायसिंह के नेतृत्व में भेजा गई।

* इसी प्रकार ब्लूचिस्तान के विद्रोही सरदारों का दमन करने के लिए रायसिंह को भेजा गया था।

* जब मुगल सेनापति खानेखाना ने कन्धार के विद्रोह को दबाने के लिए बादशाह अकबर से सहायता मांगी तो 1591 ई. में रायसिंह को उसकी सहायता के लिए भेजा।

* इसी प्रकार बुरहानुल्मुल्क के विरुद्ध दानियाल के 1593 ई. के थट्टा अभियान में रायसिंह सम्मिलित था। जब 1599 ई. एवं 1603 ई. में सलीम के नेतृत्व में मेवाड़ के शासक अमरसिंह के विरूद्ध अभियान किया गया तो रायसिंह को भी इस अभियान में सम्मिलित किया गया।

* यद्यपि 1603 ई. का सलीम की यह अभियान सम्पन्न ही नहीं हुआ क्योंकि सलीम आक्रमण के लिए आया ही नहीं।

* अकबर ने रायसिंह की सेवाओं से संतुष्ट होकर उसे 1593 ई. में जूनागढ़ का प्रदेश और 1604 ई. में शमशाबाद तथा नूरपुर की जागीर तथा 'राय' की उपाधि प्रदान की।

* जब जहाँगीर 1605 ई. में मुगल बादशाह बना तो उसने रायसिंह का मनसब 5000 जात/5000 सवार कर दिया।

* रायसिंह ने अपने मंत्री कर्मचन्द की देखरेख में बीकानेर के सुदृढ़ किले जूनागढ़ का निर्माण सन्, 1589-1594 में करवाया। जूनागढ़ किले का प्राचीन नाम चिंतामणी था।

* किले के भीतर इसने एक प्रशस्ति लिखवाई जिसे 'रायसिंह प्रशस्ति'   कहते हैं। रायसिंह एक धार्मिक, विद्यानुरागी एवं दानी शासक था। इन्होंने 'रायसिंह महोत्सव' 'वैधक वंशावली', 'बाल बोधिनी' व 'ज्योतिष रत्नमाला' की टीका लिखी।

* 'कर्मचन्द्रवंशोत्कीर्तनकाव्यम्' में महाराजा रायसिंह को 'राजेन्द्र' कहा गया है। वीकानेर चित्रकला की शुरूआत रायसिंह के शासनकाल में मानी जाती है क्योंकि इस शैली का प्राचीनतम उपलब्ध ग्रंथ 'भागवत पुराण' है, जो रायसिंह के काल का है।

* रायसिंह के समय में घोर त्रिकाल पड़ा, जिसमें हजारों व्यक्ति एवं पशु मारे गए। महाराजा ने व्यक्तियों के लिए जगह-जगह 'सदाव्रत' खोले एवं पशुओं के लिए चारे-पानी की व्यवस्था की। इसलिए मुंशी देवी प्रसाद ने इसे 'राजपूताने का कर्ण' की संज्ञा दी है।

सन् 1612 ई. में दक्षिण भारत (बुरहानपुर) में इनकी मृत्यु हो गई।

Note :-   इस पोस्ट को अपने साथियों के साथ अवश्य साझा करें। आप अपने सुझाव नीचे कमेंट बॉक्स में दर्ज कर सकते है। जिससे हम राजस्थान इतिहास के आगामी ब्लॉग को और बेहतर बनाने की कोशिश कर सकें।

Tags  :-    महत्वपूर्ण   प्रश्न 

रायसिंह महोत्सव

रायसिंह प्रशस्ति के रचयिता

रायसिंह बीकानेर का शासक कब बना था?

मुगल शासक अकबर के समय में बीकानेर के शासक रायसिंह निम्नांकित में से किस सैन्य थे?

रायसिंह की मृत्यु कब और कहां हुई थी?

राव रायसिंह को महाराजाधिराज की उपाधि कब दी गई थी?

रायसिंह बीकानेर का शासक कब बना था?

रायसिंह की मृत्यु कब और कहां हुई थी?

बीकानेर का किंग कौन है?

रायसिंह के पिता का नाम क्या था?

रायसिंह महोत्सव

महाराजा रायसिंह

रायसिंह प्रशस्ति के रचयिता

मुगल शासक अकबर के समय में बीकानेर के शासक रायसिंह निम्नांकित में से किस सैन्य

अनूप महल बीकानेर

बीकानेर का इतिहास

बीकानेर का इतिहास PDF

बीकानेर का जूनागढ़ दिखाओ

कोई टिप्पणी नहीं

Blogger द्वारा संचालित.