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हिन्दी साहित्य इतिहास || आधुनिक काल || 'भारतेन्दु युग ' महत्वपूर्ण प्रश्न || टॉपिक वाइज 40 MCQ

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 'भारतेन्दु युग टॉपिक वाइज 40 MCQs 

1. आचार्य रामचंद्र शुक्ल के अनुसार भारतेंदु युग की समय-सीमा है?

(क) 1869-1888 ई.

(ख) 1868-1893 ई.

(ग) 1870-1900 ई.

(घ) 1857-1900 ई.

प्रिय पाठकों,........इस पोस्ट में हमने हिंदी साहित्य के महत्वपूर्ण प्रश्नो को क्रमवार समाहित किया है। यदि आपको हमारे द्वारा किया गया यह प्रयास अच्छा लगा है, तो इस पोस्ट को अपने साथियों के साथ अवश्य साझा करें। आप अपने सुझाव नीचे कमेंट बॉक्स में दर्ज कर सकते है। जिससे हम हिंदी के आगामी ब्लॉग को और बेहतर बनाने की कोशिश कर सकें।


2. "भारतेंदु युग आधुनिकता के नवांकुर प्रस्फुटन का काल था, जिसने राष्ट्र की नब्ज को टटोलकर देश की स्वतंत्रता के साथ-साथ जनवादी, मानवतावादी एवं लोक-कल्याण का मार्ग प्रशस्त किया।" कथन किस आलोचक का है?

(क) रामचंद्र शुक्ल

(ख) रामविलास शर्मा

(ग) गणपतिचंद्र गुप्त

(घ) गुलाबराय

3. "राजभक्ति और देशभक्ति का अंतर्विरोध भारतेंदु-युग का ही नहीं पूरे भारतीय नवजागरण का है।" कथन किस विद्वान का है?

(क) रामविलास शर्मा

(ख) नंददलारे वाजपेयी

(ग) नामवर सिंह

(घ) डॉ. बच्चन सिंह

4. किसने भारतेंदु युग को आदर्शवादी मुक्तक गीति परंपरा का युग कहा है?

(क) रामचंद्र शुक्ल ने

(ख) गणपतिचंद्र गुप्त ने

(ग) महावीर प्रसाद द्विवेदी ने

(घ) रामविलास शर्मा ने

5. "भारतेंदु युग का साहित्य व्यापक रूप से गदर से प्रभावित है।"मान्यता किस विद्वान की है?

(क) डॉ. नगेंद्र

(ख) नामवर सिंह

(ग) रामविलास शर्मा

(घ) नंददुलारे वाजपेयी

6. भारतेंदु मंडल के रचनाकारों का सही आरोही कालानुक्रम है?

(क) प्रेमघन - ठाकुर जगमोहन सिंह - अंबिकादत्तव्यास - राधाकृष्णदास

(ख) ठाकुर जगमोहन सिंह - प्रेमघन - अंबिकादत्त व्यास - राधाकृष्णदास

(ग) अंबिकादत्त व्यास - ठाकुर जगमोहन सिंह - प्रेमघन - राधाकृष्णदास

(घ) राधाकृष्णदास - ठाकुर जगमोहन सिंह - प्रेमघन - अंबिकादत्त व्यास

7. भारतेंदु हरिश्चंद्र के काव्यग्रंथों की संख्या कितनी मानी जाती है ?

(क) 68

(ख) 69

(ग) 70

(घ) 71

8. भारतेंदु हरिश्चंद्र की रचनाओं का सही अनुक्रम है?

(क) उत्तरार्द्ध भक्तमाल - विजय वल्लरी - वर्षा विनोद - विजयिनी विजय वैजयंती

(ख) उत्तरार्द्ध भक्तमाल - वर्षा विनोद - विजय वल्लरी - विजयिनी विजय वैजयंती

(ग) वर्षा विनोद - उत्तरार्द्ध भक्तमाल - विजय वल्लरी - विजयिनी विजय वैजयंती

(घ) विजयिनी विजय वैजयंती - विजय वल्लरी - उत्तरार्द्ध भक्तमाल - वर्षा विनोद

9. भारतेंदु हरिश्चंद्र की कौनसी रचना की शैली सुमेलित नहीं है?

(क) बंदर सभा -निबंध काव्य

(ख) समधिन मधुमास-गाली

(ग) प्रातः समीरन-पयार

(घ) वर्षा विनोद - लावनी 

10. भारतेंदु हरिश्चंद्र ने 'शांडिल्य भक्ति सूत्र' का अनुवाद किस नाम से किया?

(क) तदीय सर्वस्व

(ख) भक्तिसूत्र वैजयंती

(ग) तन्मय लीला

(घ) निवेदक पंचक

11. निम्नलिखित में से कौनसी रचना भारतेंदु हरिश्चंद्र की नहीं है?

(क) बकरी विलाप

(ख) वेणुगीति

(ग) गणेश शतक

(घ) प्रबोधिनी

12. निम्नलिखित में से कौनसी पंक्ति भारतेंदु हरिश्चंद्र की नहीं है?

(क) कहाँ करुनानिधि केसव सोए?

(ख) निज भाषा उन्नति अहै सब उन्नति को मूल

(ग) इन मुसलमान हरिजनन पर कोटिन हिंदू बारिये

(घ) हमारो उत्तम भारत देस

13. भारतेंदु की कौनसी कविता काबुल विजय के उपलक्ष्य में लिखी गई है?

(क) विजयिनी विजय वैजयंती

(ख) विजय वल्लरी

(ग) भारत वीरत्व

(घ) मनोमुकुल माला

14. निम्नलिखित में से भारतेंदु की कौनसी रचना खड़ी बोली में है?

(क) बकरी विलाप

(ख) मुँह दिखावनी

(ग) फूलों का गुच्छा

(घ) जातीय संगीत

15. "नवीनधारा के बीच भारतेंदु की वाणी का सबसे उँचा स्वर देशभक्ति का था।" कथन किस आलोचक का है?

(क) डॉ. नगेंद्र

(ख) डॉ. बच्चन सिंह

(ग) रामचंद्र शुक्ल

(घ) रामविलास शर्मा

16. "अविशुद्ध रीतिकाव्य लिखने वालों में भारतेंदु हरिश्चंद्र मुख्य हैं उनकी कविता को अविशुद्ध इसलिए कहा गया है कि उन्होंने रीतिकाव्य के अतिरिक्त तत्कालीन जीवन बोध से सम्पृक्त कविताएँ भी ब्रजभाषा में लिखी हैं।" कथन किस विद्वान का है?

(क) रामविलास शर्मा

(ख) गणपतिचंद्र गुप्त

(ग) नंददुलारे वाजपेयी

(घ) डॉ. बच्चन सिंह

17. निम्नलिखित में से कौनसा रचनाकार उर्द में 'अब्र' नाम से कविताएँ लिखता था?

(क) भारतेंदु

(ख) बदरीनारायण चौधरी 'प्रेमघन'

(ग) प्रतापनारायण मिश्र

(घ) ठाकुर जगमोहन सिंह

18. दादाभाई नौरोजी को काला कहे जाने पर किसने क्षोभपूर्ण कविताएँ लिखी?

(क) प्रेमघन ने

(ख) भारतेंदु ने

(ग) प्रतापनारायण मिश्र ने

(घ) राधाकृष्ण दास ने

19. "अपनी सर्वतोमुखी प्रतिभा के बल पर एक ओर तो वे पद्माकर, द्विजदेव की परंपरा में दिखाई पड़ते थे, दूसरी ओर बंगदेश के माइकेल और हेमचंद्र की श्रेणी में।" भारतेंदु के संबंध में यह कथन किसका है?

(क) रामचंद्र शुक्ल

(ख) हजारी प्रसाद द्विवेदी

(ग) डॉ. बच्चन सिंह

(घ) गणपतिचंद्र गुप्त

20. "भारतेंदु हरिश्चंद्र का प्रभाव भाषा और साहित्य दोनों पर बड़ा गहरा पड़ा। उन्होंने जिस प्रकार गद्य की भाषा को परिमार्जित करके उसे बहुत ही चलता, मधुर और स्वच्छ रूप दिया उसी प्रकार हिंदी साहित्य को भी नये मार्ग पर लाकर खड़ा कर दिया।" कथन किस विद्वान का है?

(क) डॉ. बच्चन सिंह 

(ख) नंददुलारे वाजपेयी

(ग) गणपतिचंद्र गुप्त

(घ) रामचंद्र शुक्ल

21. "बड़ा काम उन्होंने यह किया कि साहित्य को नवीन मार्ग दिखाया और उसे शिक्षित जनता के साहचर्य में लाये।"कथन किस विद्वान का है?

(क) डॉ. बच्चन सिंह 

(ख) रामचंद्र शुक्ल

(ग) रामविलास शर्मा 

(घ) डॉ. नामवर सिंह

22. भारतेंदु हरिश्चंद्र ने अपने पिता की कितनी रचनाओं का उल्लेख किया है?

(क) 38

(ख) 40

(ग) 42

(घ) 44

23. "हिंदी साहित्य में पुनर्जागरण भारतेंदु के माध्यम से अवतरित होता है और तब वह स्वाभाविक है कि वे आधुनिक काल के प्रवर्तक माने जाते हैं।" कथन किस विद्वान का है?

(क) डॉ. नगेंद्र

(ख) डॉ. बच्चन सिंह

(ग) गणपतिचंद्र गुप्त

(घ) रामस्वरूप चतुर्वेदी

24. "भारतेंदु युग के एक ओर मध्यकालीन दरबारी संस्कृति थी तो दूसरी ओर आम जनता के एक सामाजिक और राजनीतिक आंदोलन के लिए वातावरण तैयार करना था। साहित्य में देश के एक बढ़ते असंतोष को प्रकट करना भर न था।" कथन किस विद्वान का है?

(क) डॉ. नामवर सिंह

(ख) डॉ. बच्चन सिंह

(ग) रामविलास शर्मा

(घ) मोहन अवस्थी

25. भातेंदु हरिश्चंद्र ने 'कविता वर्द्धिनी सभा' की स्थापना कब की?

(क) 1870 ई. में

(ख) 1871 ई. में

(ग) 1872 ई. में

(घ) 1873 ई. में

26. भारतेंदु की रचनाओं का संग्रह 'भारतेंदु कला' के नाम से किसने किया?

(क) श्यामसुंदर दास ने

(ख) बाबू रामदीन सिंह ने

(ग) राधाकृष्ण दास ने

(घ) महावीर प्रसाद द्विवेदी ने

27. प्रतापनारायम मिश्र की रचनाओं का सही अनुक्रम है ?

(क) मन की लहर -प्रार्थना शतक-दंगल खंड - तृप्यन्ताम्

(ख) प्रार्थना शतक-मन की लहर-दंगल खंड - तृप्यन्ताम्

(ग) दंगल खंड - प्रार्थना शतक-मन की लहर - तृप्यन्ताम्

(घ) तृप्यन्ताम्-दंगल खंड-मन की लहर - प्रार्थना शतक

28. प्रतापनारायण मिश्र की रचना प्रेम पुष्पांजलि में कितने गीत हैं?

(क) 48

(ख) 50

(ग) 52

(घ) 54

29. निम्नलिखित में से किस रचनाकार को 'प्रतिभारतेंदु' या 'द्वितीय भारतेंदु' के नाम से जाना जाता है?

(क) बदरीनारायण चौधरी 'प्रेमघन'

(ख) राधाकृष्णदास

(ग) राधाचरण गोस्वामी

(घ) प्रतापनारायण मिश्र

30. "जनता के लिए जनभाषा में जिन लोगों ने कविता लिखी है उनमें प्रतापनारायण मिश्र का स्थान अन्यतम है। उनकी उक्तियों में वही सिधाई है जो उनके निबंधो में है।" कथन किस आलोचक का है?

(क) नंददुलारे वाजपेयी

(ख) गुलाबराय

(ग) रामस्वरूप चतुर्वेदी

(घ) रामविलास शर्मा

31. निम्नलिखित में से किसकी रचनाओं में 'यति भंग दोष' मिलता है ?

(क) भारतेंदु हरिशचंद्र

(ख) ठाकुर जगमोहन सिंह

(ग) प्रेमघन

(घ) प्रतापनारायम मिश्र

32. "देश की राजनीतिक परिस्थिति पर इनकी दृष्टि बराबर रहती थी।" रामचंद्र शुक्ल का यह कथन किसके संबंध में है?

(क) भारतेंदु हरिश्चंद्र

(ख) प्रेमघन

(ग) प्रतापनारायण मिश्र

(घ) राधाकृष्णदास

33. "अचरज होत तुमहुँ सम गोरे बाजत कारे।

        तासो कारे 'कारे' शब्दहुँ पर हैं वारे।।"   किस रचनाकार की पंक्तियाँ हैं?

(क) प्रेमघन

(ख) अंबिकादत्त व्यास

(ग) प्रतापनारायण मिश्र

(घ) राधाकृष्णदास

34. बदरीनारायण चौधरी 'प्रेमघन' की रचनाओं का सही आरोही कालानुक्रम है?

(क) मन की मौज - हास्य बिंदु - हार्दिक हर्षादर्श - मंगलाशा

 (ख) हार्दिक हर्षादर्श - हास्य बिंदु - मन की मौज - मंगलाशा

(ग) मन की मौज - मंगलाशा - हास्य बिंदु - हार्दिक हर्षादर्श

(घ) मंगलाशा - हास्य बिंदु - मन की मौज - हार्दिक हर्षादर्श

35. प्रेमघन की रचना 'पितर प्रताप' में कितने छंद हैं?

(क) 140

(ख) 141

(ग) 142

(घ) 143

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