RSCERT || राजस्थान राज्य शैक्षिक अनुसंधान एवं प्रशिक्षण परिषद || Rajasthan State Institute Of Educational Research and Training, Rajasthan
राजस्थान राज्य शैक्षिक अनुसंधान एवं प्रशिक्षण परिषद (RSCERT)
Rajasthan State Institute Of Educational Research and Training, Rajasthan
RSCERT की भूमिका
RSCERT के उद्देश्य
RSCERT का संगठनात्मक स्वरूप/संरचना
RSCERT के विभाग
प्रभाग |
प्रभाग के कार्य |
DIV:I पाठ्यचर्या,
पाठ्यपुस्तक,
सामग्री
निर्माण एवं मूल्यांकन प्रभाग |
* पाठ्यचर्या एवं पाठ्यक्रम - राज्य के संदर्भ में पाठ्यचर्या की रूपरेखा (State Curriculum Framework) विकसित करना, पाठ्यचर्या के अनुरूप एवं कक्षावार पाठ्यक्रम (Syllabus) तैयार करना। पाठ्यपुस्तक- पाठ्यक्रम के आधार पर कक्षावार एवं विषयवार पाठ्यपुस्तकें तथा संबंधित अधिगम सामग्री तैयार करना, वर्तमान में चल रहे पाठ्यचर्या, पाठ्यक्रम, पाठ्य पुस्तकों की समीक्षा। * गुणात्मक शिक्षा- एसआईक्यूई, सीसीई, सीसीपी,फॉर्मेटिव-समेटिव असेसमेंट के टूल्स विकसित करना। आयु अनुरूप प्रवेशित विद्यार्थियों के लिए शिक्षण- अधिगम सामग्री विकसित करना। * भाषा, गणित, विज्ञान, सामाजिक विज्ञान, भौतिक विज्ञान, रसायन विज्ञान, जीव-विज्ञान, सामाजिक विज्ञान, भाषा विज्ञान-किट विकसित करना, साथ ही इनकी प्रयोगशालाएँ विकसित करना। विज्ञान मेला आयोजन। •ईसीसीई- अर्ली चाइल्डहुड केयर एण्ड एजुकेशन की पाठ्यचर्या एवं संबंधित शिक्षण अधिगम सामग्री विकसित करना। * मूल्यांकन- कक्षावार एवं विषयवार मूल्यांकन के लिए
ब्लूप्रिन्ट निर्माण करते हुए नमूने के प्रश्न-पत्र तथा परीक्षा हेतु
प्रश्न-पत्र विकसित करना। नमूने के प्रश्न-पत्रों का प्रकाशन-ऑनलाइन अथवा ऑफलाइन
। |
DIV:II शैक्षिक
अनुसंधान, सर्वेक्षण, आकलन एवं नीति परिप्रेक्ष्य प्रभाग |
* शोध- शोध हेतु दिशा-निर्देश एवं संबंधित सामग्री तैयार करना। राज्यस्तरीय शोध की कार्य योजना बनाकर संपादित करना तथा प्राप्त परिणामों से नीति परिप्रेक्ष्य में सुझावात्मक दस्तावेज (Suggestive Document) तैयार करना। * डाइट, सीटीई, व IASE द्वारा किये जा रहे शोध कार्यों का रिव्यू करना, साथ ही उन्हें संबलन प्रदान करना। राज्य शोध परामर्शक समिति की बैठकें आयोजित करना। रिसर्च रिपोर्ट्स का प्रकाशन-ऑनलाइन अथवा ऑफलाइन करना। * सर्वेक्षण - राष्ट्रीय एवं राज्य स्तर के सर्वे कार्ययोजना व दिशा-निर्देश तैयार कर संपादित करना। सर्वेक्षण परिणामों को फीडबैक के रूप में राज्य के प्रत्येक विद्यालय तथा शिक्षक तक ऑनलाइन अथवा ऑफलाइन पहुँचाना। * स्टडीज - समसामयिक शैक्षिक विषयों पर पहल करते हुए स्टडीज की कार्य-योजना तैयार करना एवं स्टडीज को परिषद् की फैकल्टीज अथवा सहयोगी संस्थाओं की सहायता से संपादित करना। परिणाम प्रकाशन- ऑनलाइन अथवा ऑफलाइन। * परीक्षा आयोजन - एन.एम.एम.एस. परीक्षा की कार्ययोजना, दिशा-निर्देश, समय सारिणी बनाना एवं आयोजन संबंधी समस्त कार्य। किसी अन्य परीक्षा का दायित्व मिलने पर उसका आयोजन। • नीति परिप्रेक्ष्य- शोधकार्य सर्वेक्षण, स्टडी के माध्यम से प्राप्त निष्कर्षों के आधार पर
नीति-परिप्रेक्ष्य में सुझाव सक्षम स्तर तक सुझावात्मक दस्तावेज (Suggestive
Document) के जरिये पहुँचाना। (ΝΕΡ
2020) |
DIV: III
शिक्षक
शिक्षा प्रभाग |
सेवापूर्व शिक्षक प्रशिक्षण- डी.एल.एड हेतु पाठ्यचर्या पाठ्यक्रम एवं अधिगम सामग्री विकसित करना एवं रिव्यू करना। सेवापूर्व शिक्षक प्रशिक्षण के कार्यक्रमों की योजना बनाकर उन्हें सम्पादित करना। * सेवारत शिक्षक
प्रशिक्षण- समस्त प्रकार
के सेवारत शिक्षक प्रशिक्षण कार्यक्रमों का आयोजन, क्षमता संवर्द्धन कार्य, ऑनलाइन निष्ठा एवं दीक्षा एवं ऑफलाइन शिक्षक प्रशिक्षणों
का कार्ययोजना निर्माण से फीडबैक तक का संपूर्ण कार्य करना। * IASE, CTE, DIET, BITE का क्षमता संवर्द्धन- इन संस्थाओं में आयोजित शैक्षिक कार्यक्रमों में क्षमता संवर्द्धन का कार्य करना। इन संस्थाओं की फैकल्टी हेतु प्रशिक्षण आयोजित करना एवं इन संस्थाओं के वार्षिक पंचांग का निर्माण करना। * इन संस्थाओं में संचालित अकादमिक कार्यों के
बजट जारी करवाना, कार्यक्रमों के
संपादन की अद्यतन स्थिति की मॉनिटरिंग एवं कार्यक्रम की रिपोर्ट मय उपयोगिता
प्रमाण-पत्र संकलित कर प्रेषित करना। |
DIV: IV
सूचना एवं
संचार प्रौद्योगिकी प्रभाग (आई.टी. भेल), अजमेर |
* ई-कन्टेन्ट निर्माण- कक्षा 1 से 12 के लिए विषयवार ई-लर्निंग कन्टेन्ट विकसित करना। * कम्प्यूटर शिक्षा-कम्प्यूटर दक्षताओं के लिए अधिकारियों; शिक्षकों, मंत्रालयिक कार्मिकों तथा विद्यार्थियों के लिए- प्रशिक्षण मॉड्यूल विकसित कर तदनुसार ऑनलाइन / ऑफलाइन प्रशिक्षण आयोजित करवाना। * प्रसारण- ऑनलाइन प्लेटफॉर्म रेडियो, टीवी, यू-ट्यूब, मोबाइल फोन एप्स, एज्यूसेट, डी.एल. एस. आर. आदि के माध्यम से प्रसारण हेतु कन्टेन्ट तैयार करने की कार्ययोजना बनाना एवं तद्नुसार शैक्षिक पाठों का प्रसारण करना। * विविध- विद्यार्थियों/शिक्षकों के लिए शिक्षा तकनीकी आधारित विभिन्न नवाचारों की कार्ययोजना निर्धारित कर समयसारिणी के अनुरूप विकसित करना। इस पर सतत् एवं व्यापक कार्य संपादित करना। * स्टूडियो व कम्प्यूटर
लैब - परिषद् में
स्थापित स्टूडियो एवं कम्प्यूटर लैब का प्रभार तथा इनकी उपयोगिता हेतु कार्य
योजना बनाना। समस्त प्रभागों के साथ समन्वय रखते हुए इनका अधिकाधिक उपयोग
सुनिश्चित करना। * दीक्षा राइज का संचालन। |
DIV: V
सर्वांगीण
विकास एवं सामाजिक न्याय प्रभाग |
* सी.डब्ल्यू.एस.एन.- समावेशी शिक्षा हेतु क्षमता संवर्द्धन कार्यक्रमों की योजना बनाना तथा क्रियान्वयन करना। * कला शिक्षा- कलांगन का सौंदर्याकरण, नवीन सृजन एवं प्रदर्शन, कला शिक्षा में गुणात्मक सुधार। * जनसंख्या शिक्षा कार्यक्रम- एन.पी.ई.पी. के अन्तर्गत सामग्री निर्माण, क्विज बैंक निर्माण, एडवोकेसी व शोधकार्य। * स्वास्थ्य एवं शारीरिक शिक्षा- पाठ्यक्रम निर्माण, पाठ्यपुस्तक लेखन, प्रशिक्षण मॉड्यूल एवं संदर्शिका निर्माण * बालिका शिक्षा- बालिका शिक्षा सशक्तीकरण प्रशिक्षण हेतु नवाचारी कार्यक्रम विकसित करना। * अनु. जाति, जनजाति, अल्पसंख्यक- बाहुल्य क्षेत्रों के शिक्षकों हेतु प्रशिक्षण मॉड्यूल
बनाना एवं प्रशिक्षण भायोजन। |
DIV: VI
प्रशासनिक
एवं (अकादमिक आयोजना, प्रबन्धन एवं वित्त प्रभाग |
* संस्थापन- जी.सी.ई.सी. पी.ए.सी. जैसी विभिन्न समितियों की बैठकों का आयोजन करना। * संपदा एवं हॉस्टल- उदयपुर, अजमेर छात्रावास सहित एस.सी.ई.आर.टी. के भवन निर्माण और रख-रखाव का कार्य सम्पादित करना। * आयोजना, प्रबन्ध एवं वित्त । * सामान्य प्रशासन *विविध * एस.सी.ई.आर.टी. के लिए पाँच साल की शैक्षणिक
योजना विकसित करना। PR एवं संदर्शिका
तैयार करना। * सामान्य प्रशासन, विधि, आर.टी.आई., सम्पर्क पोर्टल, निविदाएँ, दस्तावेजीकरण आदि से संबंधित कार्य। * सभी बजटीय अनुमोदनों का प्रबन्धन व ट्रैनिंग के दौरान टीए/डीए का प्रबन्धन करना। * संकाय की निविदाएँ और दस्तावेजीकरण की योजना व निष्पादन का कार्य करना। * समस्त प्रभागों द्वारा आयोजित ऑनलाइन वीसी की योजना, प्रबन्धन एवं पर्यवेक्षण/समीक्षा करना। * समस्त प्रभागों में आपसी समन्वय स्थापित करना एवं समसा, निदेशालय प्राशि, निदेशालय मा.शि., आर.एस.टी.बी. के साथ कार्य करना, सूचना सम्प्रेषण करना एवं MOE. NCERT के निर्देशानुसार विभिन्न कार्य सम्पादित करना। |
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