दुनिया का सबसे अनमोल रतन (प्रेमचंद) - Duniya ka Sabase Anamol Ratan - Premachand
दुनिया का सबसे अनमोल रतन (प्रेमचंद)
* सर्वप्रथम 'ज़माना' पत्रिका में प्रकाशित।
* इस कहानी के माध्यम से हम इसकी सम्पूर्ण जानकारी के बारे मे चर्चा करेंगे और हम इसके पात्र , कथासार का सार , और इसके प्रमुख उद्धरण के बारे मे विस्तार से चर्चा करेंगे ?
- इश्के दुनिया व हुब्बे वतन ds(संसारिक प्रेम और देश प्रेम)
- दुनिया का सबसे अनमोल रतन
- यही मेरा वतन है
- शेख मखमूर
- सिल-ए-मातम (शोक का पुरस्कार)
- प्रेमचंद के इस कहानी संग्रह को ब्रिटिश सरकार ने 'सिडीशन (राजद्रोह)' का आरोप लगाकर जब्त कर लिया था।
प्रतिपाद्य
- रूपवती दिलफरेब और उसके प्रेमी दिलफिगार की इस अलिफ लैला के किस्सेनुमा कहानी में अंत में देशप्रेम और देशभक्ति की भावना उजागर की गई है।
- प्रेम के आदर्श स्वरूप एवं पवित्रता का चित्रण
- तीन अनमोल रत्न
- पवित्र आँसू
- सती की चिता की राख
- देश की सेवा में कुर्बान सिपाही के खून का आखिरी कतरा
- मीनोसवाद शहर (इटली) का चित्रण
पात्र
मुख्य पात्र
* विलफरेबः - सौंदर्य की देवी
- दिलफिगार जिससे प्रेम करती है।
- मिनोसवाद की मल्लिका।
- दिलफिगार को दुनिया का सबसे अनमोल रत्न लाने को कहती है।
- अंत में दिलफिगार द्वारा अनमोल रत्न लाने पर कहती है-
- "आज से तू मेरा मालिक है और मैं तेरी लौंडी।"
* दिलफिगार : - दिलफरेब का सच्चा प्रेमी
- दुनिया का सबसे अनमोल रत्न ढूँढ कर लाता है।
गौण पात्र
* काला चोरः -
- सैकड़ों आदमियों का कातिल, जिसे फाँसी दी जाने से पूर्व उसकी अंतिम इच्छा के रूप में एक बालक से मिलने दिया जाता है।
- पहले अनमोल रत्न के रूप में इसी का 'आँसू' दिलफिगार लाता है।
* बुजुर्गः-
- हरा अमामा बाँधे एक बुजुर्ग, एक हाथ में तसबीह और दूसरे में लाठी।
- दिलफिगार को पूरब की ओर हिंदुस्तान भेजता है।
* सिपाही: -
- हिंदुस्तानी का सच्चा राजपूत सिपाही, जो अपने देश के लिये बहादुरी से जान देता है।
- दिलफिगार दुनिया का सबसे अनमोल रत्न उसी सिपाही के आखिरी 'रक्त का कतरा' लाता है।
* युवती
* युवती का मृत पति
प्रमुख उद्धरण
* "वह सौंदर्य की देवी यानी मलका दिलफरेब का सच्चा और जान देने वाला प्रेमी था। उन प्रेमियों में नहीं, जो इत्र-फुलेल में बसकर और शानदार कपड़ों से सजकर आशिक के वेश में माशूकियत का दम भरते हैं। बल्कि उन सीधे-सादे भोले-भाले फिदाइयों में जो जंगल और पहाड़ों से सर टकराते हैं और फरियाद मचाते फिरते हैं।"
* "अगर तू मेरा सच्चा प्रेमी है, तो जा और दुनिया की सबसे अनमोल चीज लेकर मेरे दरबार में आ तब मैं तुझे अपनी गुलामी में क़बूल करूंगी। अगर तूझे वह चीज न मिली तो खबरदार इधर रुख न करना, वरना सूली पर खिंचवा दूँगी।"
- दिलफरेब, दिलफिगार से
* "मुनीर शामी को हातिम-सा मददगार मिल गया। ऐ काश। कोई मेरा भी मददगार हो जाता। ऐ काश। मुझे भी उस चीज का जो दुनिया की सबसे बेशकीमती चीज है, नाम बतला दिया जाता। बला से वह चीज हाथ न आती मगर मुझे इतना तो मालूम हो जाता कि वह किस क़िस्म की चीज है।"
* "आँसू का एक क़तरा टपक पड़ा। दिलफिगार ने लपककर उस अनमोल मोती को हाथ में ले लिया और उसके दिल ने कहा-बेशक यह दुनिया की सबसे अनमोल चीज है जिस पर तख्ते ताऊस और जामेजम और आबे हयात और जुरे परवेज सब न्योछावर हैं।"
* "क्या अपने रूप की एक झलक दिखाकर इस जलते हुए दिलफिगार को आने वाली सख़्तियों को झेलने की ताक़त न देगी? तेरी एक मस्त निगाह के नशे से चूर होकर मैं वह कर सकता हूँ जो आज तक किसी से न बन पड़ा हो।"
- दिलफिगार
* "प्रेमिका ने अपने को प्रेमी पर न्योछावर कर दिया और दो प्रेमियों के सच्चे, पवित्र, अमर प्रेम की अंतिम लीला आँख से ओझल हो गयी।"
* "ऐ जान निछावर करने वाले आशिक़ दिलफिगार! बेशक यह राख जो तू लाया है, जिसमें लोहे को सोना कर देने की सिफ़त है, दुनिया की बहुत बेशक़ीमत चीज है और मैं सच्चे दिल से तेरी एहसानमंद हूँ कि तूने ऐसी अनमोल भेंट मुझे दी। मगर दुनिया में इससे भी ज्यादा अनमोल कोई चीज है, जा उसे तलाश कर और तब मेरे पास आ। मैं तहेदिल से दुआ करती हूँ कि खुदा तुझे कामयाब करे।"
- दिलफरेब
* "तू मुहब्बत का दावा करता है और तुझे इतनी भी खबर नहीं कि मजबूत इरादा मुहब्बत के रास्ते की पहली मंजिल है? मर्द बन और यों हिम्मत न हार। पूरब की तरफ़ एक देश है जिसका नाम हिंदोस्तान है, वहाँ जा और तेरी आरजू पूरी होगी।"
- बुर्जुग
* "क्या तू नहीं जानता मैं कौन हूँ, क्या तूने आज इस तलवार की काट नहीं देखी? मैं अपनी माँ का बेटा और भारत का सपूत हूँ।"
- सिपाही/जवाँमर्द
* "ऐ जवाँमर्द, मैं तेरा दुश्मन नहीं हूँ। अपने वतन से निकला हुआ गरीब मुसाफ़िर हूँ।"
- दिलफिगार
* "सिपाही बोला- अगर तू मुसाफ़िर है तो आ मेरे खून से तर पहलू में बैठ जा क्योंकि यही दो अंगुल ज़मीन है जो मेरे पास बाकी रह गयी है और जो सिवाय मौत के कोई नहीं छीन सकता। अफ़सोस है कि तू यहां ऐसे वक्त में आया जब हम तेरा, आतिथ्य सत्कार करने के योग्य नहीं। हमारे बाप-दादा का देश आज हमारे हाथ से निकल गया और इस वक्त हम बेवतन हैं।"
"क्या मैं अपने ही देश में गुलामी करने के लिये जिंदा रहूँ? नहीं, ऐसी जिंदगी से मर जाना अच्छा। इससे अच्छी मौत मुमकिन नहीं।"
- सिपाही
* "मरने वाले ने धीमे से कहा- भारत माता की जय ! और उसके सीने से खून का आखिरी कतरा निकल पड़ा। एक सच्चे देशप्रेमी और देशभक्त ने देशभक्ति का हक़ अदा कर दिया।"
- सिपाही के संदर्भ में
* “बेशक दुनिया में खून के इस क़तरे से ज़्यादा अनमोल चीज़ कोई नहीं हो सकती।
* "दिलफरेब खड़ी हो गयी और हाथ जोड़कर दिलफिगार से बोली-ऐ जाँनिसार आशिक़ दिलफिगार! मेरी दुआएँ बर आयीं और खुदा ने मेरी सुन ली और तुझे कामयाब व सुर्खरू किया। आज से तू मेरा मालिक है और मैं तेरी लौंडी!"
* “खून का वह आख़िरी क़तरा जो वतन की हिफाजत में गिरे दुनिया की सबसे अनमोल चीज़ है।"
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