BSER: Board of Secondary Education, Rajasthan, Ajmer ( माध्यमिक शिक्षा बोर्ड , राजस्थान ) Grade 1st ,Reet, all rajasthan exam
BSER: Board of Secondary Education, Rajasthan, Ajmer
( माध्यमिक शिक्षा बोर्ड , राजस्थान )
माध्यमिक शिक्षा आयोग (मुदालियर आयोग) 1952-53 की अनुशंसा की सिफारिश में बताया कि प्रत्येक राज्य में माध्यमिक शिक्षा का गुणात्मक उन्नयन करने के लिए एक बोर्ड होना चाहिए। इसी क्रम में राजस्थान माध्यमिक शिक्षा अधिनियम-1957' की अनुपालना में 4 दिसम्बर, 1957 को जयपुर में माध्यमिक शिक्षा बोर्ड की स्थापना की गई। 'पी. सत्यनारायण राव समिति' की अभिशंसा पर इसे 1 जनवरी, 1961 को अजमेर में स्थानान्तरित कर दिया गया। सन् 1973 में इसे वर्तमान भवन में स्थापित कर दिया गया। यह संस्था राजस्थान माध्यमिक शिक्षा विभाग के अन्तर्गत एक स्वायत्तशासी संस्था है।
माध्यमिक शिक्षा बोर्ड की संरचना/संगठन :-
अध्यक्ष |
1 |
उपाध्यक्ष सहित पदेन सदस्य |
7 |
निर्वाचित सदस्य |
7 |
राज्य सरकार द्वारा मनोनीत/नामित (निर्दिष्ट
सदस्य) |
17 |
विधानसभा अध्यक्ष द्वारा मनोनीत सदस्य
(निर्दिष्ट सदस्य) |
2 |
प्रतिष्ठित सह आवरण शिक्षा शास्त्री सदस्य |
2 |
कुल योग |
36 |
वर्ष 2018 में सरकार द्वारा पाँच सदस्य बढ़ाये जाने की अनुशंसा की
गई थी। |
|
बोर्ड अध्यक्ष (Board Chairman): -
- अध्यक्ष राज्य सरकार द्वारा मनोनीत होता है। (3 सदस्यों की समिति के परामर्श पर) बोर्ड अध्यक्ष एवं सदस्यों का कार्यकात 3 वर्ष होता है। (धार) 8 के अनुसार)बोर्ड अध्यक्ष की शक्तियाँ:-
- अध्यक्ष बोर्ड का प्रशासनिक प्रधान होता है। उसका यह कर्तव्य होता है कि वह अधिनियम का निष्ठापूर्वक पातन करवाए तथा बोर्ड का अधिवेशन बुलाना व उसकी अध्यक्षता करना।- बोर्ड का अधिवेशन वर्ष में 2 बार होता है, जिसकी गणपूर्ति कुल सदस्यों की कम से कम 1/3 अनिवार्य है।
- यदि स्थायी अध्यक्ष की नियुक्ति नहीं होती है या स्थायी अध्यक्ष इस्तीफा दे देता है तो प्रशासक की नियुक्ति की जाती है।
- वर्तमान बोर्ड प्रशासक श्री भेतर लाल मेहरा है।
- बोर्ड सचिव (Board Secretary): -
- बोर्ड सचिव राज्य सरकार द्वारा नियुका होता है।
* यह आर. ए.एस. केडर का अधिकारी या उसके समकक्ष होता है।
- वर्तमान बोर्ड सचिव मेधना चौधरी।
प्रशासक (Administration):-
- यदि स्थायी अध्यक्ष की नियुक्ति नहीं होती है या स्थायी अध्यक्ष इस्तीफा दे देता है तो प्रशासक की नियुक्ति की जाती है।- वर्तमान बोर्ड प्रशासक श्री भेतर लाल मेहरा है।
- बोर्ड सचिव (Board Secretary): -
- बोर्ड सचिव राज्य सरकार द्वारा नियुका होता है।
* यह आर. ए.एस. केडर का अधिकारी या उसके समकक्ष होता है।
- वर्तमान बोर्ड सचिव मेधना चौधरी।
बोर्ड सचिव की माक्तियाँ:-
- सचिव को बोर्ड के किसी भी अधिवेशन में उपस्थित होने तथा बोलने का अधिकार होगा लेकिन उसमें मत देने का अधिकार नहीं होगा।
- सचिव बोर्ड का मुख्य कार्यपालक अधिकारी होता है।
- संचिव अधिवेशनों का एजेण्डा बनाने व उनके संचालन का कार्य करता है।
- सचिव बोर्ड का मुख्य कार्यपालक अधिकारी होता है।
- संचिव अधिवेशनों का एजेण्डा बनाने व उनके संचालन का कार्य करता है।
माध्यमिक शिक्षा बोर्ड की समितियाँ:-
(1) आवेदन पत्र समिति
(2) पाठ्यक्रम समिति
(3) परीक्षा समिति
(4) मूल्यांकन समिति
(5) मान्यता समित्ति
(6) पाठ्यचर्या समिति
(7) वित्त समिति
(8) परीक्षा फत समिति
(2) पाठ्यक्रम समिति
(3) परीक्षा समिति
(4) मूल्यांकन समिति
(5) मान्यता समित्ति
(6) पाठ्यचर्या समिति
(7) वित्त समिति
(8) परीक्षा फत समिति
राजस्थान माध्यमिक शिक्षा बोर्ड के कार्य/गतिविधियाँ:-
1. स्कूलों की मान्यता संबंधी कार्य- बच्चों को गुणात्मक शिक्षा मिले इस हेतु बोर्ड अपेक्षित मानदण्डों व सुविधाओं का निर्धारण कर उसके आधार पर विद्यालयों के निरीक्षण व जाँच के आधार पर उन्हें क्रमोन्नत करता है, मान्यता देता है तथा वहाँ परीक्षा केंद्र बनाना आदि अनुमति देता है।
2. पाठ्यक्रम निर्माण संबंधी कार्य-
- कक्षा 9 से 12 तक के पाठ्यक्रम का निर्माण करना।
- समाजहित और राष्ट्रहित में नवाचारों को जोड़ना।
- केंद्र शिक्षा परामर्श मण्डल तथा शिक्षा से संबंधित अन्य अभिकरणों की सिफारिश के आधार पर पाठ्यक्रम में सकारात्मक बदलाव करना।
3. परीक्षा संबंधी कार्य:-
- माध्यमिक और उच्च माध्यमिक परीक्षा।
- प्रवेशिका परीक्षा संस्कृत शिक्षा 10वीं कक्षा।
- वरिष्ठ उपाध्याय संस्कृत शिक्षा 12वीं कक्षा
- RTET परीक्षा
- महात्मा गाँधी सर्वोदय विचार परीक्षा महात्मा गाँधी के विचारों एवं मूल्यों के प्रचार हेतु राज्य सरकार के निर्देशानुसार सर्वोदय विचार परीक्षा आयोजित की जाती है। इसकी नोडल एजेन्सी माध्यमिक शिक्षा बोर्ड अजमेर और परीक्षा हेतु सैद्धान्तिक परामर्शदात्री संस्था राजस्थान राज्य गाँधी स्मारक निधि है।
- राज्य प्रतिभा खोज परीक्षा (STSE)
- पात्रताः- कक्षा 10 व 12 में अध्ययनरत विद्यार्थी जो कक्षा 9 में तथा कक्षा 11 में 50% अंको से उत्र्तीण हो। पुरस्कार राशि- प्रथम स्थान प्राप्त करने वाले विद्यार्थी को 4000 रुपये तथा शेष 19 विद्यार्थियों को 2000 रुपये का नगद पुरस्कार दिया जाता है।
- राष्ट्रीय प्रतिभा खोज परीक्षा (NTSE) यह दो स्तरों पर आयोजित होती है-
- प्रथम स्तर प्रथम स्तर की परीक्षा BSER द्वारा ती जाती है। जिसमें 234 बातकों का चयन किया जाता है।
- पात्रता- 10वीं में अध्ययनरत छात्र जिनके कक्षा 9 में 55 प्रतिशत अंक हैं।
- द्वितीय सार- यह NCERT द्वारा ती जाती है। इसमें चयनित विद्यार्थियों को Ph.D. करने तळप्रतिमाह 500 दिए जाते है।
- विद्यार्थी विज्ञान मंथन (VVM): इसका उद्देश्य नव भारत निर्माण हेतु कक्षा 6 से 11 में अध्ययनरत विद्यार्थियों में डिजिटल डिवाइस का उपयोग बढ़ाना।
4. विद्यार्थियों के लिए सृजनात्मक प्रतियोगिताओं का आयोजनः-
- पात्र विद्यार्थी - कक्षा 9 से 12
* इसमें एकत गीत प्रतिभागिता, चित्रकला, निबंध लेखन, आशुभाषण प्रश्नोतरी, सृजनात्मक तथा नई वस्तुओं का निर्माण सेसंबंधित प्रतियोगिताएँ शामिल हैं।
5. अध्यापकों के लिए प्रतियोगिताएँ-
- पात्र विद्यार्थी - कक्षा 9 से 12
* इसमें एकत गीत प्रतिभागिता, चित्रकला, निबंध लेखन, आशुभाषण प्रश्नोतरी, सृजनात्मक तथा नई वस्तुओं का निर्माण सेसंबंधित प्रतियोगिताएँ शामिल हैं।
5. अध्यापकों के लिए प्रतियोगिताएँ-
(1) पत्र-वाचन प्रतियोगिता
(2) अध्यापन प्रतियोगिता
(3) लेखन प्रतियोगिता
नोटः- राज्य स्तर पर प्रथम स्थान प्राप्त करने वाले अध्यापकों को 5000 रुपये की राशि दी जाती है।
6. प्रकाशन संबंधी कार्य-
(2) अध्यापन प्रतियोगिता
(3) लेखन प्रतियोगिता
नोटः- राज्य स्तर पर प्रथम स्थान प्राप्त करने वाले अध्यापकों को 5000 रुपये की राशि दी जाती है।
6. प्रकाशन संबंधी कार्य-
- कक्षा 9 से 12वीं तक की पुसाकों के प्रकाशन के साथ विभिन्न पत्र-पत्रिकाओं का प्रकाशन करता है।
बोर्ड जनरल (त्रैमासिक पत्रिका) :- यह माध्यमिक शिक्षा बोर्ड, अजमेर द्वारा प्रकाशित की जाने वाली त्रैमासिक पत्रिका है। इस पत्रिका में शैक्षिक लेख, कियात्मक अनुसंधान और बोर्ड द्वारा संचालित की जाने वाली गतिविधियों और क्रिया-कलापों का प्रकाशन किया जाता है।
बोर्ड जनरल (त्रैमासिक पत्रिका) :- यह माध्यमिक शिक्षा बोर्ड, अजमेर द्वारा प्रकाशित की जाने वाली त्रैमासिक पत्रिका है। इस पत्रिका में शैक्षिक लेख, कियात्मक अनुसंधान और बोर्ड द्वारा संचालित की जाने वाली गतिविधियों और क्रिया-कलापों का प्रकाशन किया जाता है।
7. विद्यार्थी सेवा केंद्र: -
राजस्थान के दूर-दराज के क्षेत्रों से बोर्ड कार्यालय अजमेर आने-जाने की परेशानी दूर करने हेतु माध्यमिक शिक्षा बोर्ड ने सभी जिला स्तर पर विद्यार्थी सेवा केंद्र स्थापित किए हैं। इन सेवा केंद्रों से विद्यार्थी सन् 2001 से अंकतालिका की प्रतिलिपि, माइग्रेशन प्रमाण-पत्र आदि प्राप्त कर सकते हैं।
नोटः - वर्तमान में 32 विद्यार्थी सेवा केंद्र है। जिसमें जयपुर में 2 है।
नोटः - वर्तमान में 32 विद्यार्थी सेवा केंद्र है। जिसमें जयपुर में 2 है।
8. माध्यमिक शिक्षा बोर्ड की पुरस्कार योजनाः-
- यह योजना सत्र 2017-18 से प्रारम्भ की गई, जिसमें तीन प्रकार के पुरस्कार शामिल हैं
(1) शिक्षा रत्न पुरस्कार- यह पुरस्कार अध्यापकों के लिए होता है, जिसके अंतर्गत एक लाख रुपये का पुरस्कार प्रदान किया जाता है।
(ii) कला रत्न पुरस्कार- यह पुरस्कार विद्यार्थियों के लिए होता है। इसमें 51,000 रुपए का पुरस्कार दिया जाता है।
(iii) खेल रत्न पुरस्कार- हर वर्ष विद्यार्थियों को खेल में राष्ट्रीय स्तर पर विशिष्ट उपलब्धि हासित करने पर यह पुरस्कार दिया जाता है, जिसमें 51,000 रुपये का पुरस्कार दिया जाता है।
9 एकल पुत्री व द्वि-पुत्री आर्थिक योजना : -
(1) शिक्षा रत्न पुरस्कार- यह पुरस्कार अध्यापकों के लिए होता है, जिसके अंतर्गत एक लाख रुपये का पुरस्कार प्रदान किया जाता है।
(ii) कला रत्न पुरस्कार- यह पुरस्कार विद्यार्थियों के लिए होता है। इसमें 51,000 रुपए का पुरस्कार दिया जाता है।
(iii) खेल रत्न पुरस्कार- हर वर्ष विद्यार्थियों को खेल में राष्ट्रीय स्तर पर विशिष्ट उपलब्धि हासित करने पर यह पुरस्कार दिया जाता है, जिसमें 51,000 रुपये का पुरस्कार दिया जाता है।
9 एकल पुत्री व द्वि-पुत्री आर्थिक योजना : -
- राज्य की ऐसी समस्त बालिकाएँ जिन्होंने राज्य और जिता स्तर पर निक्षित स्थान तक निर्धारित Cutoff या अधिक अंक प्राप्त किए है और अपने परिवार की एकमात्र संतान है या परिवार में दो संताने हैं और दोनों ही पुत्रियाँ है या तीन पुत्रियो हैं जिनमें से एक पुत्री के बाद दो जुड़वा पुत्रियाँ है, पुरस्कार हेतु आवेदन की पात्र हैं।
- बालिका शिक्षा को प्रोत्साहन देने तथा महिला सशक्तीकरण को बढ़ावा देने के लिए यह योजना 2012 से प्रारंभ की गई।
- बालिका शिक्षा को प्रोत्साहन देने तथा महिला सशक्तीकरण को बढ़ावा देने के लिए यह योजना 2012 से प्रारंभ की गई।
बोर्ड परीक्षा |
राज्य स्तर पर प्रथम15 स्थान |
जिला स्तर पर प्रथम 5 स्थान |
माध्यमिक परीक्षा (10वीं) |
31,000/- |
11,000/- |
उच्च माध्यमिक परीक्षा (12वीं) |
51,000/- |
11,000/- |
10. माध्यमिक शिक्षा बोर्ड द्वारा प्रदत्त मैरिट छात्रवृत्तिः-
(1) वर्ष तक। माध्यमिक स्तर पर 1-15 तक राज्य मेरिट में वरीयता रखने वाली बालिकाओं को 400 रुपये प्रतिमाह आगामी 2
(2) उच्च माध्यमिक स्तर पर 1-10 तक राज्य मेरिट में वरीयता रखने वाली बालिकाओं को 500 रुपये प्रतिमाह आगामी 3 वर्ष तक।
11. केंद्रीय छात्रवृत्ति योजनाः -
- केंद्रीय मानव संसाधन मंत्रालय की इस योजना में माध्यमिक शिक्षा की कक्षा 12 की परीक्षा में टॉप 20 विद्यार्थियों को 5 वर्ष तक नियमित रूप से उच्च शिक्षा ग्रहण करने हेतु छात्रवृत्ति।
12 कॅरियर मार्गदर्शन कार्य (2014): -
- माध्यमिक शिक्षा बोर्ड कॅरियर परामर्श सामग्री के नाम से चार प्रकार की मार्गदर्शिका प्रकाशित करता है-
(1) दिशा-उच्च माध्यमिक स्तर के विद्यार्थियों के लिए शैक्षिक व व्यावसायिक अध्ययन मार्गदर्शिका।
(2) दृष्टि-रोजगार अवसर मार्गदर्शिका। उच्च माध्यमिक स्तर के विद्यार्थियों हेतु।
(3) गार्गी चातिका शिक्षा प्रोत्साहन योजना मार्गदर्शिका।
(4) प्राइम (Pri-me)- उच्च माध्यमिक स्तर तक के विद्यार्थियों हेतु। निजी क्षेत्र में रोजगार के अवसर मार्गदर्शिका। राजस्थान राज्य शैक्षिक अनुसंधान एवं प्रशिक्षण संस्थान, उदयपुर के मनोवैज्ञानिक आधार एवं व्यावसायिक शिक्षा विभाग के निर्देशन प्रकोष्ठ द्वारा तैयार।
13. अन्य बालिका शिक्षा उन्नयन योजनाएँ: -
(1) गार्गी पुरस्कार योजना- दसवीं कक्षा में 75 प्रतिशत अथवा अधिक अंक प्राप्त करने वाली छात्राओं को अगली कक्षा में प्रवेश लेने पर उन्हें राज्य सरकार द्वारा 3000 रुपये पुरस्कार राशि तथा 12वीं की परीक्षा में 75 प्रतिशत अंक अथवा अधिक अंक प्राप्त करने पर 5000 रुपये पुरस्कार राशि के रूप में प्रदान की जाती है। पुरस्कार राशि का लाभ लेने के तिए 11वीं व 12वीं कक्षा में प्रवेश लेना आवश्यक है। यदि कोई छात्रा दसवीं कक्षा के बाद 11वीं में प्रवेश नहीं लेती है तो उसे इस योजना का लाभ नहीं मिलेगा।
(2) इंदिरा प्रियदर्शिनी पुरस्कार योजना- माध्यमिक शिक्षा एवं संस्कृत शिक्षा विभाग के अंतर्गत अध्ययनरत अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति, अन्य पिछड़ा वर्ग, अत्यसंख्यक, निःशक्त, सामान्य वर्ग एवं विशेष पिछड़ा वर्ग की ऐसी बातिकाओं को, जिन्होंने बोर्ड की कक्षा 10 एवं 12 की परीक्षाओं में जिले में प्रथम स्थान प्राप्त किया हो।
पुरस्कारः-
- 10वीं कक्षा की छात्राओं को 75,000 रुपये तथा 12वीं कक्षा की छात्राओं को 1,00,000 रुपये पुरस्कार राशि दी जाती है।
(3) आपकी बेटी योजना-
(4) निःशुल्क साइकिल वितरण योजना-
(5) ट्रांसपोर्ट वाउचर योजना-
* यह योजना दो स्तरों पर चलाई जा रही है-
(i) कक्षा I-VIII तक के विद्यार्थियों के लिए:-
योजना का नाम - ट्रांसपोर्ट वाउचर योजना
प्रारम्भ - 2017-18 से
(ii) कक्षा IX-XII तक की बालिकाओं के लिए:-
योजना का नाम- ग्रामीण बालिकाओं के लिए ट्रांसपोर्ट काउचर योजना।
प्रारम्भ - 2007-08 से
* राजस्थान सार्वजनिक परीक्षा (अनुचित साधनों की रोकथाम) अधिनियम-1992:-
- अधिनियम को राजस्थान विधानसभा ने नवम्बर, 1992 को पारित किया।
- राज्यपाल महोदय की अनुमति 8 नवम्बर, 1992 को प्राप्त हुई।
- 11 नवम्बर, 1992 से लागू।
- अधिनियम लागू होने के समय राजस्थान के मुख्यमंत्री भैरोसिंह शेखावत और राज्यपाल एम. CHENNA रेड्डी थे।
- राजस्थान सार्वजनिक परीक्षा (अनुचित साधनों की रोकथाम) अधिनियम 1992 की धाराएँ:-
* धारा-1- संक्षिप्त नाम, प्रसार और प्रारम्भ।
* धारा-2- परीक्षा केंद्र, परिभाषा, सार्वजनिक परीक्षा।
* धारा-3- अनुचित साधनों के उपयोग का प्रतिषेध।
* धारा-4 कोई भी व्यक्ति प्रश्न-पत्र पर अनधिकृत कब्जा नहीं करेगा और पेपर लीक (प्रकटन) नहीं करेगा।
* धारा-5- परीक्षा कार्य में लगे व्यक्ति द्वारा प्रकटन की रोकथाम।
* धारा 6- कोई भी व्यक्ति धारा-3, 4 या 5 के उपबंधों का उल्लंघन करता है तो उसे 3 वर्ष का कारावास या 2,000 रुपये का जुर्माना या दोनों से दंडित किया जाएगा।
* धारा-8 अनुसूची को संशोधित करने की शक्ति अर्थात् राज्य सरकार इस अधिनियम में संशोधन कर अनुसूची में कोई अन्य सार्वजनिक परीक्षा शामिल कर सकती है।
अनुसूची-2:-
- राजस्थान माध्यमिक अधिनियम, 1957 के अधीन राजस्थान माध्यमिक शिक्षा बोर्ड द्वारा संचालित कोई भी परीक्षा।
- भारत में विधि द्वारा स्थापित किसी भी विश्वविद्यालय द्वारा संचालित कोई भी परीक्षा।
- राजस्थान लोक सेवा आयोग या संघ लोक सेवा आयोग द्वारा संचालित कोई भी परीक्षा।
NOTE :- अन्य जानकारी के लिये बोर्ड की वेबसाईट पर जाये
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