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"पॉलीमरेज चेन रिऐक्शन" || 12th Science

 "पॉलीमरेज चेन रिऐक्शन" (पॉलिमरेज श्रृंखला अभिक्रिया) को समझाइए।

उत्तर- पॉलीमरेज श्रृंखला अभिक्रिया (Polymerase Chain Reaction = PCR) एक जीन प्रवर्धन की तकनीक है। इस क्रिया में प्राइमर्स (छोटे रासायनिक संश्लेषित ओलिगोन्यूक्लियोटाइड्स जो DNA क्षेत्र के पूरक होते हैं) के दो सेट तथा DNA पॉलिमरेज एंजाइम का उपयोग कर पात्रे (in vitro) विधि द्वारा उपयोगी जीन की अनेक प्रतिकृतियों का संश्लेषण होता है। यह सतत प्रवर्धन तापस्थायी (Thermostable) DNA पॉलमरेज (जीवाणु, थर्मस एक्वेटिकस से पृथक् किया गया है) द्वारा किया जाता है। एंजाइम जिनोमिक DNA को टेंपलेट (template) के रूप में काम में लेकर, अभिक्रिया से मिलने वाले न्यूक्लियोटाइडों का उपयोग करते हुये प्राइमर्स को विस्तृत कर देता है। यदि DNA प्रतिकृतियन प्रक्रम अनेक बार दोहराया जाता है तब DNA खंड को लगभग एक अरब गुना (एक बिलियन) प्रवर्धित किया जा सकता है अर्थात् एक अरब प्रतिरूषों का निर्माण होता है।

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